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- Dec 12, 2024
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हेलो दोस्तो मैं आपक अपनी कहानी मे सावगत करता हूँ, वेसए ये कहानी मेरी बहें की है. तो चलिए फिर कहानी को शुरू करते है.
हुमारे घर मे मैं मेरी बहें और मेरे पापा रहते है. मेरे पापा गूव्ट. जॉब करते है और मेरी मा पोलीस मे है.
मेरा नाम राहुल है और मेरी बहें का नाम मुस्कान है, मेरी उमर 19 आल है और मेरी बड़ी बहें मुझसे 1 साल बड़ी है. यन्हि वो 20 साल की है, और उसे जो देखता है तो वो उसे देखता ही रहता है.
वो बहोट गोरी और सनडर है, एक दिन मैने नोटीस किया की मेरी बहें किसी से बात कर र्ही है. तो मैं ढयन से सुना तो मुझे सुनना ” जानू आज न्ही कल करेगें”.
पर मैं समझा न्ही की वो क्या बात कर र्ही है, तो मैने उसे अनदेखा कर दिया. एक दिन मेरी बहें बोली – मेरी एक फ्रेंड की शादी है, तो मुझे व्हन 4-7 दिन तक रहना होगा.
मेरे मम्मी पापा ने माना कर दिया, और वो बहोट ज़्यादा बोलने लग गयइ और उसने घर मे खाना पीना तक छ्चोड़ दिया. फिर मेरे घर वेल मान गये और पर वो मुझे मेरी बहें के साथ भेज र्हे थे.
दीदी – न्ही राहुल व्हन मेरे साथ क्या करेगा.
पर पापा ने मुझे ज़बरदस्ती दीदी के साथ भेज दिया, और फिर मेरी बहें मुझे टाँग आ कर अपने साथ ले ही गयइ. फिर हम दोनो व्हन जा कर फ्रेश हुए और मैने व्हन अपने नये दोस्त बनाए, और मैं उनके साथ घूमने फिरने लग गया.
अब रात हुई तो हम सब चत्ट पर सोने के लिए बिस्तर लगा रहरे थे. तो बिस्तर लगाने के बाद हम दोनो सो गये और अब मुझे आधी रात को फुसफुसाने की आवाज़ें आने लग गयइ.
तो मैने एक आँख से देखा तो दीदी के उपेर दीदी की फ्रेंड का होने वाला पति बैठा हुआ था, और वो मेरी बहें को चूस रा था. ये देख कर मुझे गुस्सा आ रा था, तो मैने सोचा की उठ कर उसे अभी मैं मरता हूँ.
पर मैने ऐसा न्ही किया, जो हो रा था वो मैने होने दिया. दीदी के फ्रेंड के पति का नाम बॉबी था वो दीदी को बॉलर रा था.
बॉबी – चलो बेबी अब मुझे एक बार तो करने दो.
पर दीदी उसे माना कर र्ही थी, और वो बोली – न्ही कोई जाग गया तो हम दोनो की गंद फट जाएगी.
फिर उसे बंदे ने दीदी को चूमा और किस किया, वो दोनो करीब आधे घंटे तक किस करते रहे. मैं सोच रा था की किस करके इन बहें छोड़ो को आख़िर क्या मिल रा है.
अब दीदी गरम हो चुकी थी, और ये सब देख कर मेरा लंड भी अब खड़ा हो गया था. तो मैने उन्हे देखते हुए मूठ मारनी शुरू कर दी, अब बॉबी डी को नीचे ले गया.
मैं भी उनके पीछे पीछे चला गया, और नीचे गया तो मैने देख कर हैरान हो गया की दीदी पूरी नंगी थी. बॉबी दीदी को चूस रा था, और वो दोनो नंगे हो गये थे.
बॉब्बी ने अपनी पॉकेट से लोलीपॉपंिकल कर दीदी की छूट मे दल दिया, और फिर वो उस लोलीपोप से दीदी की छूट को छोड़ने लग गया. उसके बाद उस लोलीपोप को निकल कर वो चूसने लग गया.
उस्न दीदी से अपना लंड चुस्वाया, दीदी उसका लंड एक दम लोलीपोप की तरह चूस र्ही थी. बॉबी भी मेरी बहें के बूब्स को चूस रा था, और दीदी को भी इसमे मज़ा आ रा था.
तभी अचानक मुझसे व्हन र्खा हुआ ग्लास नीचे गिर गया, और वो दोनो बाहर आ गये. मेरी बहें मुझे देख कर बोली – तू यहाँ क्या कर रा है?
मीयन एक दम से दर कर गया, पर मैं भी हिम्मत करके बोला – तू यहाँ क्या कर र्ही है?
वो – मैं तो पानी पीने आई हूँ.
मैं – दीदी मैने सब कुछ देख लिया है, और अब मैं ये सब कुछ घर पर बीटीये दूँगा न्ही तो अभी चल मेरे साथ.
फिर हम अगले दिन अपने घर आ गये और दीदी को दर लग रा था, की मैं कहीं मम्मी पापा को ये बात ना बीटीये दूं. पर अब मेरा मान तो अपनी बहें को छोड़ने का था.
तो मैं उसके रूम मे ननग ही अंदर चला गया, और वो मुझे ऐसे देख कर बोली – तू अब बड़ा हो गया है, कपड़े क्यो न्ही पहेने तूने?
मैं – दीदी मैने आज आपको छोड़ना है.
पर दीदी न्ही मान र्ही थी, तो मैने उन्हे ब्लॅकमेल किया और दीदी बोली – ये तू जो कर रा है वो सब कुछ ग़लत है.
मैने अब अपनी बहें के हाथ पकड़ लिए और उसकी साँसे तेज हो र्ही थी, फ़ि मैने उसको किस किया तो मुझे मज़ा आ गया. मैने सोचा की किस करने मे तो मज़ा आ रा है.
हम दोनो करीब 1 घंटे तक किस किया, मेरी बहें अब रो र्ही थी. मैने उसके गुलाबी होंठो पर लगी रेड लिपस्टिक को खाना शुरू कर दिया.
मुझे इसमे बहोट ज़्यादा मज़ा आ रा था, फिर मैने अपनी बहें के बूब्स पकड़ कर उन्हे चुस्सा और दबाया. पर उनके बूब्स मे से दूध न्ही निकल रा था.
मेरी बहें की छूट देख कर मुझे पता न्ही क्या हुआ, और मैं तभी झाड़ गया. ये देख कर मेरी बहें हस्स कर मुझे बोली – फटतू तेरी तो इतनी ही जान है.
मैं – रूको.
फिर मैने अपने लंड पर गुलाब जामुन की चासनी लगाई, और अब मैने दीदी को लंड चाटने को बोला. उससे पहले वो माना करती मैने उसे धमकी भी दे दी.
अब दीदी मेरा लंड चूसने लग गयइ, अब मुझे काफ़ी ज़्यादा मज़ा आने लग गया. फिर मैने उसे मूह मे ही झाड़ गया, फिर मैने उनकी छूट पर चासनी लगाई और मैं उनकी छूट को चाटने लग गया.
उनकी छूट एक दम चिकनी थी, तो सारा रस्स छूट खुलते ही अंदर चला गया. मैं उसकी छूट चाटने लग गया, फिर लंड को उसकी छूट ऑर र्ख कर उन्हे छोड़ने लग गया.
दीदी की छूट मे से खून न्ही निकल रा था, तो मैं बोला – दीदी ये खून क्यो न्ही निकल रा है?
दीदी – मैं अभी 5 दिन पहले ही तेरे दोस्त पटेल से चुड चुकी हूँ इसलिए.
ये सुन कर मुझे बहोट गुस्सा आया, और मैं बोला – रंडी तूने मेरे दोस्त तक को न्ही छ्चोड़ा.
अब मुझे बहोट गुस्सा एयेए रा था, तो मैने उसकी गंद पर आयिल लगा दिया. फिर मैने एक ढके मे उसकी गंद मे फे एक फटते का टुकड़ा दल दिया.
इससे दीदी को बहोट दर्द हुआ, और वो रोने ला गयइ. मैं उसकी छूट पर अपने लंड का पानी निकल कर व्हन से चला गया. उस दिन के बाद दीदी मुझसे नाराज़ हो गयइ, और उसने मुझसे बोलना बंद कर दिया.
दोस्तो आपको मेरी ये दीदी की चुदाई केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर ब्ताना.
हुमारे घर मे मैं मेरी बहें और मेरे पापा रहते है. मेरे पापा गूव्ट. जॉब करते है और मेरी मा पोलीस मे है.
मेरा नाम राहुल है और मेरी बहें का नाम मुस्कान है, मेरी उमर 19 आल है और मेरी बड़ी बहें मुझसे 1 साल बड़ी है. यन्हि वो 20 साल की है, और उसे जो देखता है तो वो उसे देखता ही रहता है.
वो बहोट गोरी और सनडर है, एक दिन मैने नोटीस किया की मेरी बहें किसी से बात कर र्ही है. तो मैं ढयन से सुना तो मुझे सुनना ” जानू आज न्ही कल करेगें”.
पर मैं समझा न्ही की वो क्या बात कर र्ही है, तो मैने उसे अनदेखा कर दिया. एक दिन मेरी बहें बोली – मेरी एक फ्रेंड की शादी है, तो मुझे व्हन 4-7 दिन तक रहना होगा.
मेरे मम्मी पापा ने माना कर दिया, और वो बहोट ज़्यादा बोलने लग गयइ और उसने घर मे खाना पीना तक छ्चोड़ दिया. फिर मेरे घर वेल मान गये और पर वो मुझे मेरी बहें के साथ भेज र्हे थे.
दीदी – न्ही राहुल व्हन मेरे साथ क्या करेगा.
पर पापा ने मुझे ज़बरदस्ती दीदी के साथ भेज दिया, और फिर मेरी बहें मुझे टाँग आ कर अपने साथ ले ही गयइ. फिर हम दोनो व्हन जा कर फ्रेश हुए और मैने व्हन अपने नये दोस्त बनाए, और मैं उनके साथ घूमने फिरने लग गया.
अब रात हुई तो हम सब चत्ट पर सोने के लिए बिस्तर लगा रहरे थे. तो बिस्तर लगाने के बाद हम दोनो सो गये और अब मुझे आधी रात को फुसफुसाने की आवाज़ें आने लग गयइ.
तो मैने एक आँख से देखा तो दीदी के उपेर दीदी की फ्रेंड का होने वाला पति बैठा हुआ था, और वो मेरी बहें को चूस रा था. ये देख कर मुझे गुस्सा आ रा था, तो मैने सोचा की उठ कर उसे अभी मैं मरता हूँ.
पर मैने ऐसा न्ही किया, जो हो रा था वो मैने होने दिया. दीदी के फ्रेंड के पति का नाम बॉबी था वो दीदी को बॉलर रा था.
बॉबी – चलो बेबी अब मुझे एक बार तो करने दो.
पर दीदी उसे माना कर र्ही थी, और वो बोली – न्ही कोई जाग गया तो हम दोनो की गंद फट जाएगी.
फिर उसे बंदे ने दीदी को चूमा और किस किया, वो दोनो करीब आधे घंटे तक किस करते रहे. मैं सोच रा था की किस करके इन बहें छोड़ो को आख़िर क्या मिल रा है.
अब दीदी गरम हो चुकी थी, और ये सब देख कर मेरा लंड भी अब खड़ा हो गया था. तो मैने उन्हे देखते हुए मूठ मारनी शुरू कर दी, अब बॉबी डी को नीचे ले गया.
मैं भी उनके पीछे पीछे चला गया, और नीचे गया तो मैने देख कर हैरान हो गया की दीदी पूरी नंगी थी. बॉबी दीदी को चूस रा था, और वो दोनो नंगे हो गये थे.
बॉब्बी ने अपनी पॉकेट से लोलीपॉपंिकल कर दीदी की छूट मे दल दिया, और फिर वो उस लोलीपोप से दीदी की छूट को छोड़ने लग गया. उसके बाद उस लोलीपोप को निकल कर वो चूसने लग गया.
उस्न दीदी से अपना लंड चुस्वाया, दीदी उसका लंड एक दम लोलीपोप की तरह चूस र्ही थी. बॉबी भी मेरी बहें के बूब्स को चूस रा था, और दीदी को भी इसमे मज़ा आ रा था.
तभी अचानक मुझसे व्हन र्खा हुआ ग्लास नीचे गिर गया, और वो दोनो बाहर आ गये. मेरी बहें मुझे देख कर बोली – तू यहाँ क्या कर रा है?
मीयन एक दम से दर कर गया, पर मैं भी हिम्मत करके बोला – तू यहाँ क्या कर र्ही है?
वो – मैं तो पानी पीने आई हूँ.
मैं – दीदी मैने सब कुछ देख लिया है, और अब मैं ये सब कुछ घर पर बीटीये दूँगा न्ही तो अभी चल मेरे साथ.
फिर हम अगले दिन अपने घर आ गये और दीदी को दर लग रा था, की मैं कहीं मम्मी पापा को ये बात ना बीटीये दूं. पर अब मेरा मान तो अपनी बहें को छोड़ने का था.
तो मैं उसके रूम मे ननग ही अंदर चला गया, और वो मुझे ऐसे देख कर बोली – तू अब बड़ा हो गया है, कपड़े क्यो न्ही पहेने तूने?
मैं – दीदी मैने आज आपको छोड़ना है.
पर दीदी न्ही मान र्ही थी, तो मैने उन्हे ब्लॅकमेल किया और दीदी बोली – ये तू जो कर रा है वो सब कुछ ग़लत है.
मैने अब अपनी बहें के हाथ पकड़ लिए और उसकी साँसे तेज हो र्ही थी, फ़ि मैने उसको किस किया तो मुझे मज़ा आ गया. मैने सोचा की किस करने मे तो मज़ा आ रा है.
हम दोनो करीब 1 घंटे तक किस किया, मेरी बहें अब रो र्ही थी. मैने उसके गुलाबी होंठो पर लगी रेड लिपस्टिक को खाना शुरू कर दिया.
मुझे इसमे बहोट ज़्यादा मज़ा आ रा था, फिर मैने अपनी बहें के बूब्स पकड़ कर उन्हे चुस्सा और दबाया. पर उनके बूब्स मे से दूध न्ही निकल रा था.
मेरी बहें की छूट देख कर मुझे पता न्ही क्या हुआ, और मैं तभी झाड़ गया. ये देख कर मेरी बहें हस्स कर मुझे बोली – फटतू तेरी तो इतनी ही जान है.
मैं – रूको.
फिर मैने अपने लंड पर गुलाब जामुन की चासनी लगाई, और अब मैने दीदी को लंड चाटने को बोला. उससे पहले वो माना करती मैने उसे धमकी भी दे दी.
अब दीदी मेरा लंड चूसने लग गयइ, अब मुझे काफ़ी ज़्यादा मज़ा आने लग गया. फिर मैने उसे मूह मे ही झाड़ गया, फिर मैने उनकी छूट पर चासनी लगाई और मैं उनकी छूट को चाटने लग गया.
उनकी छूट एक दम चिकनी थी, तो सारा रस्स छूट खुलते ही अंदर चला गया. मैं उसकी छूट चाटने लग गया, फिर लंड को उसकी छूट ऑर र्ख कर उन्हे छोड़ने लग गया.
दीदी की छूट मे से खून न्ही निकल रा था, तो मैं बोला – दीदी ये खून क्यो न्ही निकल रा है?
दीदी – मैं अभी 5 दिन पहले ही तेरे दोस्त पटेल से चुड चुकी हूँ इसलिए.
ये सुन कर मुझे बहोट गुस्सा आया, और मैं बोला – रंडी तूने मेरे दोस्त तक को न्ही छ्चोड़ा.
अब मुझे बहोट गुस्सा एयेए रा था, तो मैने उसकी गंद पर आयिल लगा दिया. फिर मैने एक ढके मे उसकी गंद मे फे एक फटते का टुकड़ा दल दिया.
इससे दीदी को बहोट दर्द हुआ, और वो रोने ला गयइ. मैं उसकी छूट पर अपने लंड का पानी निकल कर व्हन से चला गया. उस दिन के बाद दीदी मुझसे नाराज़ हो गयइ, और उसने मुझसे बोलना बंद कर दिया.
दोस्तो आपको मेरी ये दीदी की चुदाई केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर ब्ताना.