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- Dec 12, 2024
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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम विशाल है और मई वाराणसी का हु. मेरी एजुकेशन एंड उपब्रिंगिंग वाराणसी में हुई है एंड लउकीली ी गोत ा सीट इन भू undefined वाराणसी. आफ्टर तहत मई बैंगलोर आज्ञा जॉब की वजह से.तो चलिए शुरू करते. अपने लुंड/क्लीट को सहलाने क लिए तैयार हो जाइये.ये रियल कहानी बता रहा हु मई आपको एंड ये मेरा फर्स्ट सेक्स एनकाउंटर था मेरी फर्स्ट गर्लफ्रेंड क साथ एंड वे बोथ वेरे वर्जिन. ये बात उन दिनों की है जब मई कॉलेज में था (२०२२ फर्स्ट हाफ). प्लेसमेंट्स लग चुके थे तो उतना टेंशन था नहीं किसी बात का. क्लासेज भी ऑनलाइन चल रहे थे.मेरी बात शुरू हुई एक बंदी से. साक्षी नाम था उसका. िनीतिकल्ली तो थोड़ा बहुत ही बात हुआ बूत १-२ महीने में काफी क्लोज आगये हम. हम फ्रेक्वेंटली मिलने लगे एंड वे उसे तो शेयर ा लोट ऑफ़ थिंग्स. फिर एक दिन मेरे रूममेट ने बोलै “भाई बस घूमता ही रहेगा या आगे भी कुछ करना है?”थें ी थॉट की बात तो सही बोल रहा ये. फिर ी प्लांड ा तिमेलिने ऑफ़ में साक्षी क साथ क्लोसनेस्स की एंड माय रूममेट चैलेंज्ड में तो एक्सेक्यूटे थे प्लान. प्लान में स्टेप्स थे रिलेशनशिप क लिखे घूमना हग्स किस्सेस सुखस एंड फुक्स.फिर मई साक्षी से और फ्रीक्वेंट मिलने लगा. हम हाथ पकड़ क कैंपस में घूमने लगे. जो लोग वाराणसी क आस पास क होंगे उन्हें पता होगा की कितना बड़ा और जंगल वाला कैंपस है भू का और उसके अंदर हमारा डिपार्टमेंट है.फिर वो हसीं दिन आ ही गया जब हमने नेक्स्ट लेवल दिया अपने रिलेशनशिप को. उस दिन दोपहर में साक्षी का मैसेज आया शाम में मिलने का. उस दिन कुछ ज्यादा एक्ससिटेड भी लग रही थी वो. उसने बोलै की “नाईट आउट करते है.” मेरे मन में तभी से लड्डू फूटने लगे बिकॉज़ वाराणसी में नाईट आउट इस नेक्स्ट लेवल. अस्सी घाट पे गंगा जी क किनारे बैठने का सुकून वो भी अपने मेहबूबा क साथ. और मैंने मन में तभी से सेक्स का भूत चढ़ने लगा था.फाइनली मई रेडी हुआ शाम क लिए. ी मैं दाढ़ी बाल कटा क हीरो बन गया. शाम को मई उसे पिक करने बाइक लेके उसके हॉस्टल चला गया. जब मई उसे मिला तो साक्षी को देखता ही रह गया. क्या माल लग रही थी उस दिन वो. उसने एकदम टाइट ब्लैक जीन्स और डीप नैक थोड़ा ट्रांसपेरेंट स्काई-ब्लू कलर की कुर्ती खुले बाल आँखों में काजल ेएलइने लिपस्टिक मतलब एकदम बवाल यार.
और मैंने उसकी बॉडी क बारे में तो आपको बताया ही नहीं. वो एकदम पटाखा है undefined प्रॉपर एसेट्स एंड शपेस.मैंने उसे ग्रीट एंड साइड हुग किया. फिर वो मेरे पीछे बैठी और मुझे जोर से हुग किया. ी कुड फील हेर बूब्स. मैंने उसे पूछा “कहा चले?” तो उसनने बोलै की “डिपार्टमेंट साइड ही चल लो.” तो मैंने अपनी डिपार्टमेंट साइड जहा सुन-सं हो वह लेके गया उसे बाइक पार्क की और स्टैर्स पे बैठ गए हम.अँधेरा होने लगा था एंड उस एरिया में लाइट्स नहीं थी एंड वह पे कोई अत नहीं था. गेनेराल्ल्य पीएचडी वाले स्टूडेंट्स रत में लैब आते रहते है. तो लैब फर्स्ट फ्लोर पे थी एंड उसका स्टैर्स दूसरे साइड से था. िनीतिकल्ली वो पूछती रहती थी “कोई आज्ञा तो? कोई गार्ड हमें यहाँ से भागने लगा तो क्या होगा?”मैंने उसे सांत्वना दिया की “कुछ नहीं होगा. हमारा ही कॉलेज है ये. हमारा ही कैंपस है.” तो स्टैर्स पे बैठे बैठे हम ऐसे ही जनरल बाते करने लगे. हम एकदम चिपक कर बैठे थे. छोड़ने की आग तो उसके अंदर भी लगी थी.फिर हमने पुरे नाईट आउट का प्लान डीडे किया की कुछ टाइम तक यही बैठेंगे और फिर डिनर क लिए चैलेंज और भी अस्सी घाट पे बैठके मजे करेंगे. हम एक दूसरे का हाथ पकड़ का बैठे थे. फिर बातो ही बातो में मैंने उसके कंधे पे हाथ रखा और उसको साइड हुग करने लगा.पहले तो साक्षी शर्मा गयी. फिर जब उसने देखा की आस पास कोई नहीं है तो वो रिलैक्स हो गयी. मैंने हिम्मत करके बोलै “यार तेरे होठ बहुत पियरे है. मन करता है खा जाऊ इन्हे.” फिर शी रेस्पॉन्डेड पोसिटीवेली “मन किसने किया है?” फिर क्या था? मैंने चारो तरफ देखा एनफ अँधेरा था कोई कैमरा वगैरा नहीं था एंड किसी इंसान क प्रजेंस फील नहीं हो रही थी.मैंने सडनली अपने होठ उसके होठ पे रख दिए और दोस्तों वो एकदम स्वर्ग वाली फीलिंग थी. शर्म क मरे उसने अपनी आँखे बंद कर ली और हमने किश करा होगा अप्प्रोक्सिमाटेली २५-३० सेकण्ड्स तक. बिकॉज़ हमें भी किश करना नहीं आता था वे जस्ट ट्राइड सकिंग एच इतर’स लिप्स.फिर वह पे हमने अलग अलग पोजीशन में किश किया लिखे पहले तो साइड में बैठ क डीप स्मूथ फिर हमने खड़ा होक किश किया उसके कमर को अपने कमर में चिपका क. और सबसे इंटेंस तो तब हुआ जैम मई उसके पीछे गया उसकी चूचियों को हाथ आगे करके मसलने लगे अपने लुंड उसकी गांड में चिपका क रगड़ने लगा और धक्का देके दीवाल क सहारे साथ कर दिया उसको. और वो साइड में फेस करके किश किये जा रही थी.मैंने उसकी गांड पे इतना जोर से लुंड रगड़ रहा था की जीन्स क ऊपर से वो महसूस कर प् रही थी और सिसकिया ले रही थी. हमने काफी एन्जॉय किया और ढेर साडी बाते भी की. फिर डिनर का टाइम हुआ था. हम डिनर क लिए लंका पे किसी रेस्टोरेंट में गए पेट भर खाना खाया और वह से अस्सी घाट चले गए.इन सबमे अराउंड १०:३० पं होगया था. हम अस्सी घाट पे जेक चिपक क बैठे थे और लोग आते जाते हमें ही घूर रहे थे. फिर हमें उनकंफर्टबले लगा और हम थोड़ी दुरी बना का बैठ गए. और हम अलग अलग टॉपिक्स पे बात करने लगे.फिर ी स्टार्टेड डिस्कोसिंग थे मोमेंट व्हिच वे हद बिफोर डिनर. वो शर्माने लगी थी. मैंने पूछा “तो क्या इरादा है देवी जी का?” उसने बोलै “इरादा तो बहुत कुछ है पर सही समय आने पर अभी नहीं.” पर उसके फेस पे बलुशिंग हो रही थी. वो शर्मा भी रही थी और ाचा भी महसूस कर रही थी.थोड़ा टाइम और बिता. फिर उसे नींद आने लगी. इन फैक्ट नींद तो मुझे भी आ रही थी पर मई मैनेज किया. कुछ और टाइम तो कण्ट्रोल करने क बाद वो बोली “यार बहुत तेज़ नींद आ रही है क्या करू? मेरे हॉस्टल का गेट भी बंद होगया होगा.”मैंने उसको बोलै “यदि कम्फर्टेबले हो तो कही रूम/होटल बुक कर ले और उसने ‘हाँ’ में सर हिलाया. फिर हमने होटल बुक किया कॉल करके कन्फर्म किया और हम बाइक लेके होटल जाने लगे. रस्ते में मैंने बोलै “यार हमारे बिच कुछ कुछ होगया तो हम प्रोटेक्शन लेके रख ले क्या?” वो बोली “नहीं नहीं कुछ नहीं होगा. तुम चलो बस. मुझे सोना है.”मैंने बोलै “ठीक है यार. लेके रखने में क्या प्रॉब्लम होगी?” उसने बोलै “ठीक है लेलो. लेकिन बहुत हरामी होते जा रहे हो तुम आज कल.” मैंने बोलै “यार तेरा प्यार और तेरी ये हॉटनेस जो न करवा दे मुझसे.” वो शर्माने लगी थी. फिर हमने एक मेडिकल स्टोर से प्रोटेक्शन ख़रीदा और होटल चले गए.फोर्मलटीएस करने बाद हमें रूम मिल गया एंड वे फेल्ट रिलैक्स्ड. एक ों थी. साक्षी वाशरूम गयी और एके सो गयी. मई भी फ्रेश होक उसके पास गया एंड ी ट्राइड तो हुग हेर. तो उसने भी हुग किया. फिर हमने डीप लिप किश की. और बहुत इंटेंस था वो; मतलब हम लिटेराल्ल्य एक दूसरे क होतो को खा गए थे.उसकी पूरी बॉडी रेस्पोंद कर रही थी उस किश पे. फिर मैंने उसके गले पे कान पे चीक्स पे माथे पे ढेर साडी किस्सेस की. वो गरम होने लगी थी. उसकी सांसे तेज़ होने लगी थी. फिर उसने बोलै की “लाइट ऑफ कार्डो.” मैंने बोलै “नहीं यार. मुझे अपने जान की खूबसूरती देखनी है.” पर थोड़े टाइम बाद उसने फिर बोलै तो मैंने ऑफ करदी लाइट और एक डिम लाइट ों करदी.उसके नैक पे किश करते करते मैंने कंधे से उसकी कुर्ती साइड की और किश किया वह. वो शर्माने लगी थी और अपनी आँखे बंद कर दी थी. उसकी लिपस्टिक तो मई खा गया था बूत उसकी काजल और ेएलइनेर उसे अभी भी पारी बना रही थी.फिर मेरे हाथ उसकी चूचियों को मसल रहे थे और मेरे होठ उसकी बॉडी को किश किये जा रहे थे. वो तेज़ आवाज़ में सिसकिया लिए जा रही थी और शर्मा भी रही थी. फिर धीरे से मैंने उसके कुर्ते क अंदर हाथ डाला निचे से उसके पेट को सहलाने लगा और फिर उसकी बूबीएस को ब्रा क ऊपर से मसलने लगा. वो एकदुम्म एक्ससिटेड हो चुकी थी.फिर मैंने प्यार से उसकी कुर्ती निकल दी. एंड मई देखता ही रह गया की उसने बिलकुल कुर्ते क कलर से मैच करके नेट वाली ब्रा पहनी है. इसका मतलब वो पहले से रेडी होक आयी थी छोड़ने क लिए आग उसके अंदर भी लगी थी. फिर मुझे सटिस्फैक्शन लगा की दोनों क अंदर आग लगी हुई है चुदाई करने की.यार इतना मजा आरहा था उसके बूबीएस को नेट ब्रा में देखके मुझे लग रहा था मई किसी एक्ट्रेस को छोड़ने वाला हु. बिलकुल सपने जैसा लग रहा सब कुछ. मैंने थोड़े कॉम्प्लिमेंट्स दिए उसको और वापस से उसके लिप्स चूसने लगा. उसकी ब्रा में बूबीएस इतना ज्यादा सुन्दर लग रही थी की मेरा मन नहीं कर रहा था उसकी ब्रा निकलने को.मैंने उसकी ब्रा को जस्ट निचे करके उसकी बूबीएस चूसने लगा उसके निप्पल्स को काटने लगा. वो पागल हो रही थी एक्ससिटेड होक मरे जा रही थी वो छोड़ने क लिए. मैंने उसको उल्टा लिटाया और वापस से अपने लुंड को उसके गांड में गबन लगा पीछे से उसके नैक एंड ेअर्स को किश करने लगा. फिर मैंने एक हाथ उसकी पंतय में दाल दिया और वो पूरी गीली हो गयी थी. मैंने धीरे धीरे उसके क्लीट को सहलाया. वो आहे भर रही थी “आह.. उह्ह्ह.. आह.. आह…..”फिर मैंने उसकी जीन्स को निकला. टाइट जीन्स थी तो थोड़ी मुश्किल हुई पर जब लुंड टाइट हो तो सब मुश्किल काम आसान लगने लगता है. फिर मैंने उसकी तइस पे किश किया उसको उल्टा लिटाया और उसकी गांड को दबाने और खाने लगा. वाह! यार क्या मजा आज्ञा था उस टाइम.
फिर वो मॉनिंग स्टार्ट की तो मैंने उसके क्लीट को सहलाया एंड शी वास् रेडी अगेन. मई तुरंत कंडोम पहन का आज्ञा. थोड़ी सी प्रॉब्लम हुई घुसते टाइम. फिर उसके बाद उसकी छूट की जो गर्मी और तिघटनेस फील हो रही थी मई बता नहीं सकता. एकदम स्वर्ग जैसा लग रहा था. और हमने सुबह सुबह अछि चुदाई की और धक्के लगाने में मजा भी आ रहा था.साक्षी भी मोअन कर रही थी पूरा रोमांटिक माहौल बना हुआ था. इस बार लम्बी चली हमारी चुदाई. इवन वे ट्राइड फॉर डोगग्य बूत उसे पैन हो रहा था तो मैंने भी फाॅर्स नहीं किया. पर वो खुश थी. और फिर हमने चुदाई ख़तम करके थोड़ा रेस्ट किये एंड फिर होटल से निकल गए बिकॉज़ उसकी क्लास थी सुबह में १० बजे से. ी डॉन’टी क्नोव क्लास में फोकस कर पायी होगी की नहीं वो बूत शी गोत अटेंडेंस.तो ये रही मेरी पहली सेक्स की समरी. अल्थौघ ी हद फ्यू मोरे अफेयर्स इन बैंगलोर ी’लल व्रिठे अबाउट थम िफ़ ी गेट डेन्ट फीडबैक बूत पहला पहला ही होता है. मई ज़िन्दगी भर नहीं भूल सकता उन मोमेंट्स को.
और मैंने उसकी बॉडी क बारे में तो आपको बताया ही नहीं. वो एकदम पटाखा है undefined प्रॉपर एसेट्स एंड शपेस.मैंने उसे ग्रीट एंड साइड हुग किया. फिर वो मेरे पीछे बैठी और मुझे जोर से हुग किया. ी कुड फील हेर बूब्स. मैंने उसे पूछा “कहा चले?” तो उसनने बोलै की “डिपार्टमेंट साइड ही चल लो.” तो मैंने अपनी डिपार्टमेंट साइड जहा सुन-सं हो वह लेके गया उसे बाइक पार्क की और स्टैर्स पे बैठ गए हम.अँधेरा होने लगा था एंड उस एरिया में लाइट्स नहीं थी एंड वह पे कोई अत नहीं था. गेनेराल्ल्य पीएचडी वाले स्टूडेंट्स रत में लैब आते रहते है. तो लैब फर्स्ट फ्लोर पे थी एंड उसका स्टैर्स दूसरे साइड से था. िनीतिकल्ली वो पूछती रहती थी “कोई आज्ञा तो? कोई गार्ड हमें यहाँ से भागने लगा तो क्या होगा?”मैंने उसे सांत्वना दिया की “कुछ नहीं होगा. हमारा ही कॉलेज है ये. हमारा ही कैंपस है.” तो स्टैर्स पे बैठे बैठे हम ऐसे ही जनरल बाते करने लगे. हम एकदम चिपक कर बैठे थे. छोड़ने की आग तो उसके अंदर भी लगी थी.फिर हमने पुरे नाईट आउट का प्लान डीडे किया की कुछ टाइम तक यही बैठेंगे और फिर डिनर क लिए चैलेंज और भी अस्सी घाट पे बैठके मजे करेंगे. हम एक दूसरे का हाथ पकड़ का बैठे थे. फिर बातो ही बातो में मैंने उसके कंधे पे हाथ रखा और उसको साइड हुग करने लगा.पहले तो साक्षी शर्मा गयी. फिर जब उसने देखा की आस पास कोई नहीं है तो वो रिलैक्स हो गयी. मैंने हिम्मत करके बोलै “यार तेरे होठ बहुत पियरे है. मन करता है खा जाऊ इन्हे.” फिर शी रेस्पॉन्डेड पोसिटीवेली “मन किसने किया है?” फिर क्या था? मैंने चारो तरफ देखा एनफ अँधेरा था कोई कैमरा वगैरा नहीं था एंड किसी इंसान क प्रजेंस फील नहीं हो रही थी.मैंने सडनली अपने होठ उसके होठ पे रख दिए और दोस्तों वो एकदम स्वर्ग वाली फीलिंग थी. शर्म क मरे उसने अपनी आँखे बंद कर ली और हमने किश करा होगा अप्प्रोक्सिमाटेली २५-३० सेकण्ड्स तक. बिकॉज़ हमें भी किश करना नहीं आता था वे जस्ट ट्राइड सकिंग एच इतर’स लिप्स.फिर वह पे हमने अलग अलग पोजीशन में किश किया लिखे पहले तो साइड में बैठ क डीप स्मूथ फिर हमने खड़ा होक किश किया उसके कमर को अपने कमर में चिपका क. और सबसे इंटेंस तो तब हुआ जैम मई उसके पीछे गया उसकी चूचियों को हाथ आगे करके मसलने लगे अपने लुंड उसकी गांड में चिपका क रगड़ने लगा और धक्का देके दीवाल क सहारे साथ कर दिया उसको. और वो साइड में फेस करके किश किये जा रही थी.मैंने उसकी गांड पे इतना जोर से लुंड रगड़ रहा था की जीन्स क ऊपर से वो महसूस कर प् रही थी और सिसकिया ले रही थी. हमने काफी एन्जॉय किया और ढेर साडी बाते भी की. फिर डिनर का टाइम हुआ था. हम डिनर क लिए लंका पे किसी रेस्टोरेंट में गए पेट भर खाना खाया और वह से अस्सी घाट चले गए.इन सबमे अराउंड १०:३० पं होगया था. हम अस्सी घाट पे जेक चिपक क बैठे थे और लोग आते जाते हमें ही घूर रहे थे. फिर हमें उनकंफर्टबले लगा और हम थोड़ी दुरी बना का बैठ गए. और हम अलग अलग टॉपिक्स पे बात करने लगे.फिर ी स्टार्टेड डिस्कोसिंग थे मोमेंट व्हिच वे हद बिफोर डिनर. वो शर्माने लगी थी. मैंने पूछा “तो क्या इरादा है देवी जी का?” उसने बोलै “इरादा तो बहुत कुछ है पर सही समय आने पर अभी नहीं.” पर उसके फेस पे बलुशिंग हो रही थी. वो शर्मा भी रही थी और ाचा भी महसूस कर रही थी.थोड़ा टाइम और बिता. फिर उसे नींद आने लगी. इन फैक्ट नींद तो मुझे भी आ रही थी पर मई मैनेज किया. कुछ और टाइम तो कण्ट्रोल करने क बाद वो बोली “यार बहुत तेज़ नींद आ रही है क्या करू? मेरे हॉस्टल का गेट भी बंद होगया होगा.”मैंने उसको बोलै “यदि कम्फर्टेबले हो तो कही रूम/होटल बुक कर ले और उसने ‘हाँ’ में सर हिलाया. फिर हमने होटल बुक किया कॉल करके कन्फर्म किया और हम बाइक लेके होटल जाने लगे. रस्ते में मैंने बोलै “यार हमारे बिच कुछ कुछ होगया तो हम प्रोटेक्शन लेके रख ले क्या?” वो बोली “नहीं नहीं कुछ नहीं होगा. तुम चलो बस. मुझे सोना है.”मैंने बोलै “ठीक है यार. लेके रखने में क्या प्रॉब्लम होगी?” उसने बोलै “ठीक है लेलो. लेकिन बहुत हरामी होते जा रहे हो तुम आज कल.” मैंने बोलै “यार तेरा प्यार और तेरी ये हॉटनेस जो न करवा दे मुझसे.” वो शर्माने लगी थी. फिर हमने एक मेडिकल स्टोर से प्रोटेक्शन ख़रीदा और होटल चले गए.फोर्मलटीएस करने बाद हमें रूम मिल गया एंड वे फेल्ट रिलैक्स्ड. एक ों थी. साक्षी वाशरूम गयी और एके सो गयी. मई भी फ्रेश होक उसके पास गया एंड ी ट्राइड तो हुग हेर. तो उसने भी हुग किया. फिर हमने डीप लिप किश की. और बहुत इंटेंस था वो; मतलब हम लिटेराल्ल्य एक दूसरे क होतो को खा गए थे.उसकी पूरी बॉडी रेस्पोंद कर रही थी उस किश पे. फिर मैंने उसके गले पे कान पे चीक्स पे माथे पे ढेर साडी किस्सेस की. वो गरम होने लगी थी. उसकी सांसे तेज़ होने लगी थी. फिर उसने बोलै की “लाइट ऑफ कार्डो.” मैंने बोलै “नहीं यार. मुझे अपने जान की खूबसूरती देखनी है.” पर थोड़े टाइम बाद उसने फिर बोलै तो मैंने ऑफ करदी लाइट और एक डिम लाइट ों करदी.उसके नैक पे किश करते करते मैंने कंधे से उसकी कुर्ती साइड की और किश किया वह. वो शर्माने लगी थी और अपनी आँखे बंद कर दी थी. उसकी लिपस्टिक तो मई खा गया था बूत उसकी काजल और ेएलइनेर उसे अभी भी पारी बना रही थी.फिर मेरे हाथ उसकी चूचियों को मसल रहे थे और मेरे होठ उसकी बॉडी को किश किये जा रहे थे. वो तेज़ आवाज़ में सिसकिया लिए जा रही थी और शर्मा भी रही थी. फिर धीरे से मैंने उसके कुर्ते क अंदर हाथ डाला निचे से उसके पेट को सहलाने लगा और फिर उसकी बूबीएस को ब्रा क ऊपर से मसलने लगा. वो एकदुम्म एक्ससिटेड हो चुकी थी.फिर मैंने प्यार से उसकी कुर्ती निकल दी. एंड मई देखता ही रह गया की उसने बिलकुल कुर्ते क कलर से मैच करके नेट वाली ब्रा पहनी है. इसका मतलब वो पहले से रेडी होक आयी थी छोड़ने क लिए आग उसके अंदर भी लगी थी. फिर मुझे सटिस्फैक्शन लगा की दोनों क अंदर आग लगी हुई है चुदाई करने की.यार इतना मजा आरहा था उसके बूबीएस को नेट ब्रा में देखके मुझे लग रहा था मई किसी एक्ट्रेस को छोड़ने वाला हु. बिलकुल सपने जैसा लग रहा सब कुछ. मैंने थोड़े कॉम्प्लिमेंट्स दिए उसको और वापस से उसके लिप्स चूसने लगा. उसकी ब्रा में बूबीएस इतना ज्यादा सुन्दर लग रही थी की मेरा मन नहीं कर रहा था उसकी ब्रा निकलने को.मैंने उसकी ब्रा को जस्ट निचे करके उसकी बूबीएस चूसने लगा उसके निप्पल्स को काटने लगा. वो पागल हो रही थी एक्ससिटेड होक मरे जा रही थी वो छोड़ने क लिए. मैंने उसको उल्टा लिटाया और वापस से अपने लुंड को उसके गांड में गबन लगा पीछे से उसके नैक एंड ेअर्स को किश करने लगा. फिर मैंने एक हाथ उसकी पंतय में दाल दिया और वो पूरी गीली हो गयी थी. मैंने धीरे धीरे उसके क्लीट को सहलाया. वो आहे भर रही थी “आह.. उह्ह्ह.. आह.. आह…..”फिर मैंने उसकी जीन्स को निकला. टाइट जीन्स थी तो थोड़ी मुश्किल हुई पर जब लुंड टाइट हो तो सब मुश्किल काम आसान लगने लगता है. फिर मैंने उसकी तइस पे किश किया उसको उल्टा लिटाया और उसकी गांड को दबाने और खाने लगा. वाह! यार क्या मजा आज्ञा था उस टाइम.
फिर वो मॉनिंग स्टार्ट की तो मैंने उसके क्लीट को सहलाया एंड शी वास् रेडी अगेन. मई तुरंत कंडोम पहन का आज्ञा. थोड़ी सी प्रॉब्लम हुई घुसते टाइम. फिर उसके बाद उसकी छूट की जो गर्मी और तिघटनेस फील हो रही थी मई बता नहीं सकता. एकदम स्वर्ग जैसा लग रहा था. और हमने सुबह सुबह अछि चुदाई की और धक्के लगाने में मजा भी आ रहा था.साक्षी भी मोअन कर रही थी पूरा रोमांटिक माहौल बना हुआ था. इस बार लम्बी चली हमारी चुदाई. इवन वे ट्राइड फॉर डोगग्य बूत उसे पैन हो रहा था तो मैंने भी फाॅर्स नहीं किया. पर वो खुश थी. और फिर हमने चुदाई ख़तम करके थोड़ा रेस्ट किये एंड फिर होटल से निकल गए बिकॉज़ उसकी क्लास थी सुबह में १० बजे से. ी डॉन’टी क्नोव क्लास में फोकस कर पायी होगी की नहीं वो बूत शी गोत अटेंडेंस.तो ये रही मेरी पहली सेक्स की समरी. अल्थौघ ी हद फ्यू मोरे अफेयर्स इन बैंगलोर ी’लल व्रिठे अबाउट थम िफ़ ी गेट डेन्ट फीडबैक बूत पहला पहला ही होता है. मई ज़िन्दगी भर नहीं भूल सकता उन मोमेंट्स को.