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अगला भाग पढ़े :- जाईपुर ट्रिप पर वर्जिन स्टूडेंट की चुदाई 1
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की दिनेश जिस कॉलेज में पढ़ता था, वहाँ के स्टूडेंट्स का ट्रिप जाईपुर जेया रहा था.
फिर वहाँ उसने बातरूम में एक स्टूडेंट लड़की को एक लड़के का लंड चूस्टे पकड़ा. जब उसने उस लड़की के घर पे कॉल करने की बात की, तो वो उससे मिन्नटे करने लगी.
फिर उस लड़की ने दिनेश को रोकने के लिए उसको घुटनो से पकड़ लिया. अब आयेज की कहानी दिनेश की ज़ुबानी.
अब वो लड़की मेरे घुटनो को पकड़ कर नीचे बैठी थी. फिर मैने उसको बोला-
मैं: अर्रे ये तुम क्या कर रही हो? छ्चोढो मुझे, जाने दो.
लड़की: नही सिर प्लीज़. सिर आप जो बोलॉगे मैं करूँगी. प्लीज़ मेरे घर तक ये बात नही जानी चाहिए.
मैं: मुझे तुमसे कुछ नही करवाना, तुम बस मुझे जाने दो.
तभी उस लड़की ने पंत के उपर से मेरे लंड पर हाथ रख दिया, और बोली-
लड़की: सिर आप चाहे तो मैं आपका भी…
उसकी इस हरकत से मैं हैरान रह गया. मेरा दिमाग़ एक-दूं ब्लॅंक हो गया, और मेरी नज़र उसकी बॉडी पर उपर से नीचे फिर गयी.
उसका फिगर देख कर अचानक से मेरे मॅन में आया, की अगर मैं इस लड़की को यहाँ छोड़ भी डू, तो भी ये बात कहीं बाहर नही जाएगी.
क्यूंकी ना तो मैं बतौँगा किसी को, और उसको तो वैसे ही अपनी जान बचानी थी, तो वो तो किसी को बताने से रही.
अभी मैं सोच ही रहा था, की उसने मेरी चुप्पी को मेरी हा समझ कर मेरी ज़िप खोल दी, और अंदर हाथ डाल कर मेरा लंड पकड़ लिया.
जब उसका हाथ मेरे लंड पर पड़ा, तो मुझे करेंट सा लगा. मैं अब उसको रोकना नही चाहता था, लेकिन फिर भी मैने शरीफ बनने के लिए कहा-
मैं: ये तुम ग़लत कर रही हो.
लड़की बहुत तेज़ थी. वो मुझसे बोली: सिर आपका लंड तो कुछ और ही कह रहा है.
दरअसल बात ये थी की मेरा लंड उसके छूने से खड़ा होने लगा था. इसीलिए वो समझ गयी थी, की मैं भी उत्तेजित हो रहा था.
फिर मैने भी अपनी पंत की बेल्ट खोल दी, और बटन खोल कर पंत नीचे कर दी. वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी. फिर मैने उसको बोला-
मैं: बातरूम में चलो, यहाँ कोई देख सकता है.
फिर हम दोनो बातरूम में चले गये. वहाँ मैने अपनी पंत और अंडरवेर उतार कर कुण्डी पर टाँग दिए. अब मेरा लंड उसके सामने तन्ना हुआ था.
फिर वो नीचे घुटनो पर बैठी, और मेरे लंड को अपने सॉफ्ट हाथो में लेके हिलने लगी.
दोस्तों मुझे मज़ा आना शुरू हो गया. जब कोई जवान लड़की लंड को हिला रही हो, और वो भी सेक्सी वाली, तो किसको मज़ा नही आएगा. फिर मैने उसको कहा-
मैं: अब सिर्फ़ हिलती ही रहोगी या छातोगी भी?
ये सुनते ही उसने मूह खोला, और अपनी जीभ बाहर निकाल कर मेरे लंड पर फेरने लगी.
उसके जीभ फेरने के अंदाज़ से पता चल रहा था की उसने ये काम ज़्यादा बार नही किया था.
फिर मैने लंड आयेज करके उसके मूह में डाल दिया, और उसके मूह के अंदर लंड जाते ही मुझे बहुत मज़ा आने लगा.
अब वो मेरे लंड को मूह आयेज पीछे करके चूस रही थी. लेकिन वो सही तरह से नही चूस रही थी. तो मैने उसको बोला-
मैं: तुमने पहले कितनी बार किया है?
वो बोली: आज दूसरी बार था.
उसकी ये बात सुन कर मैं समझ गया की उसने अभी-अभी सेक्स की दुनिया में एंट्री मारी थी, और इस हिसाब से वो कुवारि भी होने वाली थी. ये सोच कर मैं और उत्तेजित हो गया. फिर मैने उसको कहा-
मैं: देखो तुम सही से नही कर रही हो. रूको मैं तुम्हे सिखाता हू.
वो मुस्कुरा कर बोली: ठीक है सिर.
लड़की चूड़ी नही थी, लेकिन हरकतें पूरी रंडियों वाली थी उसकी. शायद आज कल की मॉडर्न लड़कियाँ होती ही ऐसी है. छूट चाहे सील-पॅक्ड हो, लेकिन बनती ऐसे है जैसे पता नही कितने लॉड ले चुकी होती है.
फिर मैने उसको कहा: चलो अब अपना मूह खोलो.
उसने मूह खोल लिया. फिर मैने आयेज बढ़ते हुए अपना लंड उसके मूह में डालना शुरू किया. मैने उसके सर के पीछे हाथ रख लिया, ताकि वो पीछे ना हॅट सके.
फिर मैं लंड आयेज करता गया, करता गया, जब तक की लंड उसकी गले की दीवार को ना चू ले, और उसकी हलाक में ना फ़ासस जाए.
वो पीछे हटने लगी, लेकिन मैने उसको ऐसा करने नही दिया. उसकी साँस रुकने लगी, और उसको खाँसी आने लगी.
जब उसने मेरी जांघों पर हाथ मारने शुरू किए, तब मैने लंड पीछे किया. फिर वो ज़ोर-ज़ोर से खाँसने लगी, और उसके मूह से थूक बाहर आने लगा. वो मुझे बोली-
लड़की: सिर आप तो लगता है मार डालोगे मुझे.
मैं: तू फिकर ना कर, अभी तो स्टार्ट है. अब तुम्हे ऐसे ही लंड जितना अंदर हो सके लेना है, और उसको जीभ का इस्तेमाल करके ऐसे चूसना है, जैसे कोई लॉलिपोप चूस्टे है. दांतो का इस्तेमाल बिल्कुल नही करना है, क्यूंकी उससे लंड चिल जाएगा.
वो बोली: ठीक है सिर.
फिर उसने लंड दोबारा मूह में लिया, और इस बार सही से चूसने लगी. आह जन्नत थी भाई जन्नत. बड़े आचे से जीभ का इस्तेमाल करते हुए वो मेरा लंड चूस रही थी.
फिर मैने दोबारा उसके सर के पीछे अपना हाथ रखा, और उसके मूह में धक्के देने शुरू किए. कुछ ही सेकेंड्स में मैं पुर जोश में आ गया, और मैने ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह में धक्के देने शुरू कर दिए.
उसका मूह लाल हो गया था, और आँखों से आँसू आने लगे थे. लेकिन मुझे उस वक़्त किसी चीज़ की कोई परवाह नही थी. मैं उसको बस एक रंडी की तरह ट्रीट कर रहा था.
अब मेरा होने वाला था, तो मैने स्पीड और बढ़ा दी. फिर जब निकालने वाला हुआ, तो मैने लंड उसके मूह से बाहर निकाला, और पूरी पिचकारी उसके मूह पर निकाल दी.
उसकी आँखें पिचकारी की वजह से बंद हो गयी. किसी लड़की के चेहरे पर स्पर्म पड़ा हुआ मैने वीडियोस में तो पहले भी देखा था. लेकिन असल में पहली बार देख रहा था. क्या कामुक लगता है ये नज़ारा.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की दिनेश जिस कॉलेज में पढ़ता था, वहाँ के स्टूडेंट्स का ट्रिप जाईपुर जेया रहा था.
फिर वहाँ उसने बातरूम में एक स्टूडेंट लड़की को एक लड़के का लंड चूस्टे पकड़ा. जब उसने उस लड़की के घर पे कॉल करने की बात की, तो वो उससे मिन्नटे करने लगी.
फिर उस लड़की ने दिनेश को रोकने के लिए उसको घुटनो से पकड़ लिया. अब आयेज की कहानी दिनेश की ज़ुबानी.
अब वो लड़की मेरे घुटनो को पकड़ कर नीचे बैठी थी. फिर मैने उसको बोला-
मैं: अर्रे ये तुम क्या कर रही हो? छ्चोढो मुझे, जाने दो.
लड़की: नही सिर प्लीज़. सिर आप जो बोलॉगे मैं करूँगी. प्लीज़ मेरे घर तक ये बात नही जानी चाहिए.
मैं: मुझे तुमसे कुछ नही करवाना, तुम बस मुझे जाने दो.
तभी उस लड़की ने पंत के उपर से मेरे लंड पर हाथ रख दिया, और बोली-
लड़की: सिर आप चाहे तो मैं आपका भी…
उसकी इस हरकत से मैं हैरान रह गया. मेरा दिमाग़ एक-दूं ब्लॅंक हो गया, और मेरी नज़र उसकी बॉडी पर उपर से नीचे फिर गयी.
उसका फिगर देख कर अचानक से मेरे मॅन में आया, की अगर मैं इस लड़की को यहाँ छोड़ भी डू, तो भी ये बात कहीं बाहर नही जाएगी.
क्यूंकी ना तो मैं बतौँगा किसी को, और उसको तो वैसे ही अपनी जान बचानी थी, तो वो तो किसी को बताने से रही.
अभी मैं सोच ही रहा था, की उसने मेरी चुप्पी को मेरी हा समझ कर मेरी ज़िप खोल दी, और अंदर हाथ डाल कर मेरा लंड पकड़ लिया.
जब उसका हाथ मेरे लंड पर पड़ा, तो मुझे करेंट सा लगा. मैं अब उसको रोकना नही चाहता था, लेकिन फिर भी मैने शरीफ बनने के लिए कहा-
मैं: ये तुम ग़लत कर रही हो.
लड़की बहुत तेज़ थी. वो मुझसे बोली: सिर आपका लंड तो कुछ और ही कह रहा है.
दरअसल बात ये थी की मेरा लंड उसके छूने से खड़ा होने लगा था. इसीलिए वो समझ गयी थी, की मैं भी उत्तेजित हो रहा था.
फिर मैने भी अपनी पंत की बेल्ट खोल दी, और बटन खोल कर पंत नीचे कर दी. वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी. फिर मैने उसको बोला-
मैं: बातरूम में चलो, यहाँ कोई देख सकता है.
फिर हम दोनो बातरूम में चले गये. वहाँ मैने अपनी पंत और अंडरवेर उतार कर कुण्डी पर टाँग दिए. अब मेरा लंड उसके सामने तन्ना हुआ था.
फिर वो नीचे घुटनो पर बैठी, और मेरे लंड को अपने सॉफ्ट हाथो में लेके हिलने लगी.
दोस्तों मुझे मज़ा आना शुरू हो गया. जब कोई जवान लड़की लंड को हिला रही हो, और वो भी सेक्सी वाली, तो किसको मज़ा नही आएगा. फिर मैने उसको कहा-
मैं: अब सिर्फ़ हिलती ही रहोगी या छातोगी भी?
ये सुनते ही उसने मूह खोला, और अपनी जीभ बाहर निकाल कर मेरे लंड पर फेरने लगी.
उसके जीभ फेरने के अंदाज़ से पता चल रहा था की उसने ये काम ज़्यादा बार नही किया था.
फिर मैने लंड आयेज करके उसके मूह में डाल दिया, और उसके मूह के अंदर लंड जाते ही मुझे बहुत मज़ा आने लगा.
अब वो मेरे लंड को मूह आयेज पीछे करके चूस रही थी. लेकिन वो सही तरह से नही चूस रही थी. तो मैने उसको बोला-
मैं: तुमने पहले कितनी बार किया है?
वो बोली: आज दूसरी बार था.
उसकी ये बात सुन कर मैं समझ गया की उसने अभी-अभी सेक्स की दुनिया में एंट्री मारी थी, और इस हिसाब से वो कुवारि भी होने वाली थी. ये सोच कर मैं और उत्तेजित हो गया. फिर मैने उसको कहा-
मैं: देखो तुम सही से नही कर रही हो. रूको मैं तुम्हे सिखाता हू.
वो मुस्कुरा कर बोली: ठीक है सिर.
लड़की चूड़ी नही थी, लेकिन हरकतें पूरी रंडियों वाली थी उसकी. शायद आज कल की मॉडर्न लड़कियाँ होती ही ऐसी है. छूट चाहे सील-पॅक्ड हो, लेकिन बनती ऐसे है जैसे पता नही कितने लॉड ले चुकी होती है.
फिर मैने उसको कहा: चलो अब अपना मूह खोलो.
उसने मूह खोल लिया. फिर मैने आयेज बढ़ते हुए अपना लंड उसके मूह में डालना शुरू किया. मैने उसके सर के पीछे हाथ रख लिया, ताकि वो पीछे ना हॅट सके.
फिर मैं लंड आयेज करता गया, करता गया, जब तक की लंड उसकी गले की दीवार को ना चू ले, और उसकी हलाक में ना फ़ासस जाए.
वो पीछे हटने लगी, लेकिन मैने उसको ऐसा करने नही दिया. उसकी साँस रुकने लगी, और उसको खाँसी आने लगी.
जब उसने मेरी जांघों पर हाथ मारने शुरू किए, तब मैने लंड पीछे किया. फिर वो ज़ोर-ज़ोर से खाँसने लगी, और उसके मूह से थूक बाहर आने लगा. वो मुझे बोली-
लड़की: सिर आप तो लगता है मार डालोगे मुझे.
मैं: तू फिकर ना कर, अभी तो स्टार्ट है. अब तुम्हे ऐसे ही लंड जितना अंदर हो सके लेना है, और उसको जीभ का इस्तेमाल करके ऐसे चूसना है, जैसे कोई लॉलिपोप चूस्टे है. दांतो का इस्तेमाल बिल्कुल नही करना है, क्यूंकी उससे लंड चिल जाएगा.
वो बोली: ठीक है सिर.
फिर उसने लंड दोबारा मूह में लिया, और इस बार सही से चूसने लगी. आह जन्नत थी भाई जन्नत. बड़े आचे से जीभ का इस्तेमाल करते हुए वो मेरा लंड चूस रही थी.
फिर मैने दोबारा उसके सर के पीछे अपना हाथ रखा, और उसके मूह में धक्के देने शुरू किए. कुछ ही सेकेंड्स में मैं पुर जोश में आ गया, और मैने ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह में धक्के देने शुरू कर दिए.
उसका मूह लाल हो गया था, और आँखों से आँसू आने लगे थे. लेकिन मुझे उस वक़्त किसी चीज़ की कोई परवाह नही थी. मैं उसको बस एक रंडी की तरह ट्रीट कर रहा था.
अब मेरा होने वाला था, तो मैने स्पीड और बढ़ा दी. फिर जब निकालने वाला हुआ, तो मैने लंड उसके मूह से बाहर निकाला, और पूरी पिचकारी उसके मूह पर निकाल दी.
उसकी आँखें पिचकारी की वजह से बंद हो गयी. किसी लड़की के चेहरे पर स्पर्म पड़ा हुआ मैने वीडियोस में तो पहले भी देखा था. लेकिन असल में पहली बार देख रहा था. क्या कामुक लगता है ये नज़ारा.