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- Dec 12, 2024
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तो चलिए शुरू करते है. ये कहानी की हेरोयिन है सुनल ( नामे चेंज्ड), आगे 34, हाइट 5’6″, फिगर 34-30-36. हमारी मुलाकात ऑनलाइन हुई थी. जहाँ हम पहले तो बस नॉर्मल सी बातें करते थे. फिर धीरे-धीरे सुनल का मुझमे इंटेरेस्ट ज़्यादा दिखने लगा, और एक दिन उसने मुझे पूछा की तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही है क्या?
तो मैने कहा: है, लेकिन लोंग डिस्टेन्स है, जिसकी वजह से मैं ज़्यादा कुछ कर नही पाता.
मेरे इतना कहते ही वो समझ गयी की मैं किस चीज़ की बात कर रहा था. लेकिन उसने कुछ नही बोला. फिर थोड़ी देर बाद उसका रिप्लाइ आया-
सुनल: मैं समझ सकती हू ये दुख.
तो मैने अंजान बनते हुए कहा: आप कैसे समझ सकते हो ये दुख?
तो वो धीरे-धीरे बताने लगी, की कैसे उसका पति उसपे ध्यान ही नही देता जब से उसको बच्चा हुआ था. शुरुआत में तो उसका पति उसको बहुत खुश रखता था. लेकिन जैसे ही शादी के 2 साल बाद उनको बेटा हुआ, उसने तब से ध्यान देना कम कर दिया, और उसको सुख भी नही दे पाता था.
उसके इतना कहते ही मैं समझ गया की वो किस सुख की बात कर रही थी. तो फिर उस दिन से हमारी बातें थोड़ी करवट लेने लगी.
उसने पहले पूछा: कभी तुमने सेक्स किया है?
तो मैने कहा: हा किया है, 4-5 बार अपनी गफ़ के साथ.
फिर उसने पूछा: क्या फिगर है उसका!
मैने कहा: ज़्यादा कुछ इतना ख़ास नही है. 28-24-30 है.
ये देखने के बाद उसने पूछा: कैसा था पहली बार का एक्सपीरियेन्स?
तो मैं तोड़ा शरमाते हुए उसको आधी-आधी चीज़ें बताने लगा.
उसने कहा: शरमाना क्या उसमे?
उसने सीधा मुझे बोला: मैने भी शादी से पहले काई बार सेक्स किया था अपने ब्फ के साथ, जो मुझे बहुत खुश रखता था. उसका स्टॅमिना भी बहुत अछा था. लेकिन शादी के बाद थोड़े टाइम तक सुख मिला. फिर वो भी बंद हो गया. इतना कह के वो ऑफलाइन चली गयी.
फिर मैने मज़ाक-मज़ाक में रिप्लाइ दे दिया: टेन्षन मत लो, अब तो मैं हू ना. तुम्हे असली सुख देकर रहूँगा.
इतना लिख के मैं भी सोने चला गया. फिर दूसरे दिन देखा तो उसका रिप्लाइ आया-
सुनल: क्या ये सच में पासिबल है?
तो मैने कहा: हा, लेकिन तुम रेडी हो तो हम ये कर सकते है. वैसे भी मुझे भी बहुत दिन हुए है किसी की चुदाई किए हुए.
इतना कह के मैं अपने काम में लग गया.
फिर उसका रिप्लाइ आया-
सुनल: मैं भी बहुत दीनो से चूड़ी नही हू, तो मुझे भी सेक्स करना है.
तब हम दोनो ने मिल के डिसिशन लिया, की हम किसी होटेल में मिलेंगे, जब उसका पति ऑफीस के काम से बाहर गया होगा. इतनी बात करके वो चली गयी. फिर 2-3 दिन बाद उसका मेसेज आया-
सुनल: इस दिन मेरा पति 2-3 दिन के लिए बाहर जेया रहा है. तो हम तब मिल के अपना प्रोग्राम बना सकते है.
मैने कहा: मैं तो रेडी हू, जब आप बोलो.
तो हमने एक दिन मिलने का डिसाइड किया. उसने मुझे होटेल का अड्रेस आंड रूम नंबर सेंड कर दिया, और टाइम भी बता दिया. मैं उस दिन मस्त रेडी हो कर और प्रोटेक्षन लेकर चला गया उससे मिलने, जहाँ वो ऑलरेडी आ चुकी थी.
मैने जब डोरबेल बजाई, तो उसने डोर खोला और मैं उसे देखता ही रह गया. उसने फुल ब्लॅक सारी आंड ब्लाउस पहना था, जिसमे वो कातिल लग रही थी. मैं वहाँ दरवाज़े पर खड़े-खड़े 5 मिनिट तो उसे बस घूरता ही रह गया.
फिर उसने बोला: क्या हुआ, रुक क्यूँ गये?
तो मैं चुप-छाप अंदर चला गया, और जाके बेड पे बैठ गया. फिर वो पानी की बॉटल लेके आई, और मैने पानी पिया. वो घर से खाना बना के लाई थी, तो वो मैने खाया. फिर हम दोनो लेट गये बेड में, और बातें करने लगे.
ऐसे ही बातें करते-करते उसने अपना पैर मेरे पैर में घूमना शुरू कर दिया. मैने भी मौका देख के मेरा हाथ उसके हाथ पे फेरना शुरू कर दिया. फिर जैसे ही मुझे लगा, की वो गरम होने लगी थी, तो मैने अपना हाथ उसके पेट पे फेरना शुरू किया, जिससे वो तोड़ा मचल उठी.
फिर मैं धीरे-धीरे अपना हाथ उसके बूब्स पे ले गया, और घूमना शुरू किया. उसने भी अपना हाथ मेरे लोड पर घूमना शुरू किया. वो मेरे लोड का पंत के उपर से ही मसालने लगी, और दूसरी तरफ मैं अब अपना हाथ उसकी सारी के अंदर डाल के उसके ब्लाउस के उपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा, जिसकी वजह से वो सिसकारियाँ लेने लगी. उसकी आग बढ़ती जेया रही थी.
फिर मैने मौका देखा और उसकी सारी निकाल दी. उसके बाद उसका पेटिकोट भी निकाल दिया. अब वो ब्लाउस आंड पनटी में थी मेरे सामने, जिसमे वो एक-दूं हुस्न की पारी लग रही थी. फिर मैने उसे चूमना शुरू किया, तो चूमते-चूमते उसके बूब्स दबाने लगा, जिसकी वजह से वो पागल हो रही थी.
फिर मैने धीरे से उसका ब्लाउस भी उतार दिया, जिसके अंदर उसने रेड कलर की ब्रा पहनी थी. मैने जैसे ही ब्रा के हुक खोले, उसके बूब्स किसी बॉल की तरह उछाल के बाहर आए. ये देखते ही मैं तो पागल हो गया, और उसपे टूट पड़ा.
वो बोली: आज तक देखे नही है क्या?
तो मैने बोला: देखे है, लेकिन इतने बड़े नही देखे.
फिर मैं उसके बूब्स बारी-बारी मूह में लेके चूसने लगा, जिसकी वजह से वो भी गरम होने लगी, और मुझे कस्स के पकड़ने लगी.
अब वो भी पुर मूड में आ गयी, और मुझे अलग करके मेरी पंत आंड त-शर्ट उतार दी. फिर धीरे-धीरे मेरी चड्डी उतारने लगी. जैसे ही उसने मेरे लंड को देखा, तो उसका मूह खुला रह गया.
वो बोली: मेरे पति का इससे आधा है, और मेरे ब्फ का भी इतना नही था.
तो मैं बोल पड़ा: तब तो तुम्हारी बजाने में और मज़ा आएगा.
इतने कह के मैने उससे कहा: इसे चूसो.
लेकिन वो माना करने लगी. मैने बहुत कन्विन्स किया, लेकिन वो नही मानी. फिर मैं भी उसे नंगी करके किस करने लगा, और किस करते टाइम वो मेरे लंड से खेल रही थी. मैं उसके बूब्स को मसल रहा था.
जब उससे रहा नही गया, तो उसने कहा: अब बस बहुत हो गया. अब छोड़ो मुझे.
तो मैने उसे बेड पे लिटाया, और उसकी छूट के पास जाके बैठ गया. क्या बतौ यारों क्या स्मेल थी. उसकी छूट एक-दूं क्लीन शेव्ड और वाइट छूट थी. मैने धीरे से उसकी छूट छाती, तो वो मचल पड़ी और बोली-
सुनल: क्या कर रहे हो?
मैं उसकी एक ना सुनते हुए अपनी जीभ और पास ले गया, और चाटना शुरू कर दिया. उसे भी मज़ा आने लगा, और वो ज़ोर-ज़ोर से आहह उहह करके सिसकारियाँ लेने लगी.
3-4 मिनिट चाटने के बाद वो झड़ने वाली थी, तो वो अपने हाथ से मेरा सिर अपनी छूट के और अंदर धकेलने लगी. फिर वो काँपते हुए झाड़ गयी.
दोस्तों क्या ही स्वाद था उसके पानी का आहा. उसके झड़ने के बाद मैं उसको किस करने लगा, और फिरसे उसके बूब्स के साथ खेलने लगा.
फिर थोड़ी देर बाद मैं उसे बेड में किनारे लाया, और लिटा दिया. फिर अपना लंड उसकी छूट के मूह पे फेरने लगा, जिससे वो तड़पने लगी, और भीख माँगने लगी-
सुनल: और मत तड़पाव, डाल दो अंदर.
फिर मैने अचानक से एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर डाल दिया, जिससे उसको दर्द होने लगा, और वो चिल्लाने लगी. तो मैं उसको किस करने लगा.
अब मैं थोड़ी देर वैसे ही खड़ा रहा, और फिर धीरे-धीरे अंदर-बाहर करना शुरू किया. अब वो भी साथ देने लगी, और सिसकारियाँ लेने लगी.
थोड़ी देर उस पोज़िशन में छोड़ने के बाद मैं उसे अपने उपर बुला के छोड़ने लगा, और उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा, जिससे वो और भी पागल हो रही थी.
करीब 20-25 मिनिट की चुदाई के बाद हम दोनो झड़ने वाले थे. मैने उसे कहा की मेरा होने वाला था.
तो उसने कहा: अंदर ही निकाल दो, मेरा भी होने वाला है.
इतना कह के वो झाड़ गयी, और काँपने लगी. फिर उसके झड़ने के 4-5 शॉट्स के बाद मैं भी उसी के अंदर झाड़ गया, और उसके बगल में लेट गया.
फिर थोड़ी साँस लेने के बाद उसने कहा: बहुत मज़ा आया. आज तक इतनी देर तक किसी ने नही छोड़ा.
इतना कह के मुझे वापस किस करने लगी, तो मैं साथ देने लगा, और उसके बूब्स दबाने लगा. उस दिन हमने अलग-अलग पोज़िशन में 3-4 बार सेक्स किया, जिसके बाद उसे चलने में भी दिक्कत हो रही थी.
तो मैने कहा: है, लेकिन लोंग डिस्टेन्स है, जिसकी वजह से मैं ज़्यादा कुछ कर नही पाता.
मेरे इतना कहते ही वो समझ गयी की मैं किस चीज़ की बात कर रहा था. लेकिन उसने कुछ नही बोला. फिर थोड़ी देर बाद उसका रिप्लाइ आया-
सुनल: मैं समझ सकती हू ये दुख.
तो मैने अंजान बनते हुए कहा: आप कैसे समझ सकते हो ये दुख?
तो वो धीरे-धीरे बताने लगी, की कैसे उसका पति उसपे ध्यान ही नही देता जब से उसको बच्चा हुआ था. शुरुआत में तो उसका पति उसको बहुत खुश रखता था. लेकिन जैसे ही शादी के 2 साल बाद उनको बेटा हुआ, उसने तब से ध्यान देना कम कर दिया, और उसको सुख भी नही दे पाता था.
उसके इतना कहते ही मैं समझ गया की वो किस सुख की बात कर रही थी. तो फिर उस दिन से हमारी बातें थोड़ी करवट लेने लगी.
उसने पहले पूछा: कभी तुमने सेक्स किया है?
तो मैने कहा: हा किया है, 4-5 बार अपनी गफ़ के साथ.
फिर उसने पूछा: क्या फिगर है उसका!
मैने कहा: ज़्यादा कुछ इतना ख़ास नही है. 28-24-30 है.
ये देखने के बाद उसने पूछा: कैसा था पहली बार का एक्सपीरियेन्स?
तो मैं तोड़ा शरमाते हुए उसको आधी-आधी चीज़ें बताने लगा.
उसने कहा: शरमाना क्या उसमे?
उसने सीधा मुझे बोला: मैने भी शादी से पहले काई बार सेक्स किया था अपने ब्फ के साथ, जो मुझे बहुत खुश रखता था. उसका स्टॅमिना भी बहुत अछा था. लेकिन शादी के बाद थोड़े टाइम तक सुख मिला. फिर वो भी बंद हो गया. इतना कह के वो ऑफलाइन चली गयी.
फिर मैने मज़ाक-मज़ाक में रिप्लाइ दे दिया: टेन्षन मत लो, अब तो मैं हू ना. तुम्हे असली सुख देकर रहूँगा.
इतना लिख के मैं भी सोने चला गया. फिर दूसरे दिन देखा तो उसका रिप्लाइ आया-
सुनल: क्या ये सच में पासिबल है?
तो मैने कहा: हा, लेकिन तुम रेडी हो तो हम ये कर सकते है. वैसे भी मुझे भी बहुत दिन हुए है किसी की चुदाई किए हुए.
इतना कह के मैं अपने काम में लग गया.
फिर उसका रिप्लाइ आया-
सुनल: मैं भी बहुत दीनो से चूड़ी नही हू, तो मुझे भी सेक्स करना है.
तब हम दोनो ने मिल के डिसिशन लिया, की हम किसी होटेल में मिलेंगे, जब उसका पति ऑफीस के काम से बाहर गया होगा. इतनी बात करके वो चली गयी. फिर 2-3 दिन बाद उसका मेसेज आया-
सुनल: इस दिन मेरा पति 2-3 दिन के लिए बाहर जेया रहा है. तो हम तब मिल के अपना प्रोग्राम बना सकते है.
मैने कहा: मैं तो रेडी हू, जब आप बोलो.
तो हमने एक दिन मिलने का डिसाइड किया. उसने मुझे होटेल का अड्रेस आंड रूम नंबर सेंड कर दिया, और टाइम भी बता दिया. मैं उस दिन मस्त रेडी हो कर और प्रोटेक्षन लेकर चला गया उससे मिलने, जहाँ वो ऑलरेडी आ चुकी थी.
मैने जब डोरबेल बजाई, तो उसने डोर खोला और मैं उसे देखता ही रह गया. उसने फुल ब्लॅक सारी आंड ब्लाउस पहना था, जिसमे वो कातिल लग रही थी. मैं वहाँ दरवाज़े पर खड़े-खड़े 5 मिनिट तो उसे बस घूरता ही रह गया.
फिर उसने बोला: क्या हुआ, रुक क्यूँ गये?
तो मैं चुप-छाप अंदर चला गया, और जाके बेड पे बैठ गया. फिर वो पानी की बॉटल लेके आई, और मैने पानी पिया. वो घर से खाना बना के लाई थी, तो वो मैने खाया. फिर हम दोनो लेट गये बेड में, और बातें करने लगे.
ऐसे ही बातें करते-करते उसने अपना पैर मेरे पैर में घूमना शुरू कर दिया. मैने भी मौका देख के मेरा हाथ उसके हाथ पे फेरना शुरू कर दिया. फिर जैसे ही मुझे लगा, की वो गरम होने लगी थी, तो मैने अपना हाथ उसके पेट पे फेरना शुरू किया, जिससे वो तोड़ा मचल उठी.
फिर मैं धीरे-धीरे अपना हाथ उसके बूब्स पे ले गया, और घूमना शुरू किया. उसने भी अपना हाथ मेरे लोड पर घूमना शुरू किया. वो मेरे लोड का पंत के उपर से ही मसालने लगी, और दूसरी तरफ मैं अब अपना हाथ उसकी सारी के अंदर डाल के उसके ब्लाउस के उपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा, जिसकी वजह से वो सिसकारियाँ लेने लगी. उसकी आग बढ़ती जेया रही थी.
फिर मैने मौका देखा और उसकी सारी निकाल दी. उसके बाद उसका पेटिकोट भी निकाल दिया. अब वो ब्लाउस आंड पनटी में थी मेरे सामने, जिसमे वो एक-दूं हुस्न की पारी लग रही थी. फिर मैने उसे चूमना शुरू किया, तो चूमते-चूमते उसके बूब्स दबाने लगा, जिसकी वजह से वो पागल हो रही थी.
फिर मैने धीरे से उसका ब्लाउस भी उतार दिया, जिसके अंदर उसने रेड कलर की ब्रा पहनी थी. मैने जैसे ही ब्रा के हुक खोले, उसके बूब्स किसी बॉल की तरह उछाल के बाहर आए. ये देखते ही मैं तो पागल हो गया, और उसपे टूट पड़ा.
वो बोली: आज तक देखे नही है क्या?
तो मैने बोला: देखे है, लेकिन इतने बड़े नही देखे.
फिर मैं उसके बूब्स बारी-बारी मूह में लेके चूसने लगा, जिसकी वजह से वो भी गरम होने लगी, और मुझे कस्स के पकड़ने लगी.
अब वो भी पुर मूड में आ गयी, और मुझे अलग करके मेरी पंत आंड त-शर्ट उतार दी. फिर धीरे-धीरे मेरी चड्डी उतारने लगी. जैसे ही उसने मेरे लंड को देखा, तो उसका मूह खुला रह गया.
वो बोली: मेरे पति का इससे आधा है, और मेरे ब्फ का भी इतना नही था.
तो मैं बोल पड़ा: तब तो तुम्हारी बजाने में और मज़ा आएगा.
इतने कह के मैने उससे कहा: इसे चूसो.
लेकिन वो माना करने लगी. मैने बहुत कन्विन्स किया, लेकिन वो नही मानी. फिर मैं भी उसे नंगी करके किस करने लगा, और किस करते टाइम वो मेरे लंड से खेल रही थी. मैं उसके बूब्स को मसल रहा था.
जब उससे रहा नही गया, तो उसने कहा: अब बस बहुत हो गया. अब छोड़ो मुझे.
तो मैने उसे बेड पे लिटाया, और उसकी छूट के पास जाके बैठ गया. क्या बतौ यारों क्या स्मेल थी. उसकी छूट एक-दूं क्लीन शेव्ड और वाइट छूट थी. मैने धीरे से उसकी छूट छाती, तो वो मचल पड़ी और बोली-
सुनल: क्या कर रहे हो?
मैं उसकी एक ना सुनते हुए अपनी जीभ और पास ले गया, और चाटना शुरू कर दिया. उसे भी मज़ा आने लगा, और वो ज़ोर-ज़ोर से आहह उहह करके सिसकारियाँ लेने लगी.
3-4 मिनिट चाटने के बाद वो झड़ने वाली थी, तो वो अपने हाथ से मेरा सिर अपनी छूट के और अंदर धकेलने लगी. फिर वो काँपते हुए झाड़ गयी.
दोस्तों क्या ही स्वाद था उसके पानी का आहा. उसके झड़ने के बाद मैं उसको किस करने लगा, और फिरसे उसके बूब्स के साथ खेलने लगा.
फिर थोड़ी देर बाद मैं उसे बेड में किनारे लाया, और लिटा दिया. फिर अपना लंड उसकी छूट के मूह पे फेरने लगा, जिससे वो तड़पने लगी, और भीख माँगने लगी-
सुनल: और मत तड़पाव, डाल दो अंदर.
फिर मैने अचानक से एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर डाल दिया, जिससे उसको दर्द होने लगा, और वो चिल्लाने लगी. तो मैं उसको किस करने लगा.
अब मैं थोड़ी देर वैसे ही खड़ा रहा, और फिर धीरे-धीरे अंदर-बाहर करना शुरू किया. अब वो भी साथ देने लगी, और सिसकारियाँ लेने लगी.
थोड़ी देर उस पोज़िशन में छोड़ने के बाद मैं उसे अपने उपर बुला के छोड़ने लगा, और उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा, जिससे वो और भी पागल हो रही थी.
करीब 20-25 मिनिट की चुदाई के बाद हम दोनो झड़ने वाले थे. मैने उसे कहा की मेरा होने वाला था.
तो उसने कहा: अंदर ही निकाल दो, मेरा भी होने वाला है.
इतना कह के वो झाड़ गयी, और काँपने लगी. फिर उसके झड़ने के 4-5 शॉट्स के बाद मैं भी उसी के अंदर झाड़ गया, और उसके बगल में लेट गया.
फिर थोड़ी साँस लेने के बाद उसने कहा: बहुत मज़ा आया. आज तक इतनी देर तक किसी ने नही छोड़ा.
इतना कह के मुझे वापस किस करने लगी, तो मैं साथ देने लगा, और उसके बूब्स दबाने लगा. उस दिन हमने अलग-अलग पोज़िशन में 3-4 बार सेक्स किया, जिसके बाद उसे चलने में भी दिक्कत हो रही थी.