मेरा नाम यश है और मैं २३ साल का हु मीरुत में रहता हु. यह एक सच्ची कहानी है जो मुझे लगता है की आप सबको सुन्नी चाहिए. मधु आंटी मेरी सबसे अच्छे दोस्त की विधवा माँ है. उनकी पति की मौत के आठ साल बाद उन्होंने काम करना शुरू किया सुबह ८ बजे छोड़कर और शाम ७ बजे वापस आती थे. उन्होंने अपनी ख़ुशी को अपनी...